वाह रे ! भारतीय नेता
वाह रे! भारतीय नेता , वाह रे! भारतीय नेता
तन-मन, वचन, करम से, बिल्कुल भी नहीं है भारतीयता
छल-कपट, झूठ, स्वार्थ श्रृंगार से, खुद को आभूषित कर लेता
वाह रे! भारतीय नेता------
झूठ का कहना, झूठ का सुनना, झूठ पे चलना भाता है
इन्हे करके दिखावा झूठा हँसना, झूठा रोना आता है
हार गया गिरगिट भी इनसे, ये इतने रूप बदल लेता
वाह रे! भारतीय नेता------
सारे गुंडे और मवाली, कस्बों और मुहल्लों के
चोर, डकैत, हत्यारों, और मौज है सभी निठल्लों के
ऐसी फिदरत मिली है कि , लूट अपना घर लेता
वाह रे! भारतीय नेता------
आदमखोर जानवर के मुंह, जैसे लगा हुआ हो खून
कोई कृषि , कोई रेल , और कोई मंत्री है कानून
पेट है ऐसा पाया साथी , हज़म सब कुछ कर लेता
वाह रे! भारतीय नेता------
जो कुछ संभव कहीं न जग में, वो सब है भारत में होता
यहाँ लोग तरसते पाई-पाई को, और मंत्री नोटों पर सोता
मानव होकर भी यहाँ का मंत्री, पशुओं का चारा खा लेता
वाह रे! भारतीय नेता------
बूँद-बूँद पानी को तरसती, जनता हमने देखी है
और उनकी अनदेखी करती , सत्ता हमने देखी है
गुनहगार खुद आप हो साबित जो सच को सच कह देता
वाह रे! भारतीय नेता------
वाह रे! भारतीय नेता------वाह रे! भारतीय नेता------
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